उत्तर- देश की आजादी के लिए नौजवानों
(विद्यार्थियों) को राजनीतिक या पॉलिटिकल कामों
में हिस्सा लेना चाहिए। वैसी शिक्षा निकम्मी है जो विद्यार्थी, युवा जगत को अपने देश की बातों में हिस्सा नहीं लेने देती। प्रायः देश के बारे में विद्यार्थियों को ज्ञान भी नहीं होता। वे कच्ची-पक्की बातें करते हुए पाये जाते हैं। नौजवानों को अक्ल का अंधा नहीं बनना चाहिए।
विद्यार्थियों का मुख्य काम पढ़ाई करना है। उन्हें अपना पूरा ध्यान इस ओर लगा देना चाहिए। लेकिन उन्हें देश की परिस्थितियों का भी ज्ञान प्राप्त करना चाहिए। उन्हें गुलामी से निजात पाने का उपाय भी सोचना चाहिए। केवल क्लर्क बनने से देश का भला नहीं होगा।
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